द्वादशज्योतिर्लिङ्ग विवेचन
भाग सात
ज्योतिर्लिग केदारनाथ जी
ॐ नम: शिवाय ॐ श्री केदारनाथाय नमः
महाद्रिपार्श्चे च तट रमन्तं सम्पूज्यमानं सततं मुनीन्द्रै: ।
सुरासुरैर्यक्षमहोरगाद्यै: केदारमीशं शिवमेकमीडे ।।
जो महागिरि हिमालय के पास केदारश्रृंग के तट पर सदा निवास करते हुए मुनीश्वरो द्वारा पूजित होते हैं तथा देवता, असुर, यज्ञ और महान सर्प आदि भी जिनकी पूजा करते हैं, उन एक कल्याणकारी भगवान केदारनाथ का मैं स्तवन करता हूं।
भगवान आशुतोष के पवित्र माह श्रावण में मेरी हार्दिक शुभकामनाएं है कि भगवान शिव की असीम कृपा आपको , आपके परिजनों और मित्रों को प्राप्त हो।
आपका प्रत्येक पल शुभ और मंगलमय हो।
धर्मों रक्षति रक्षितः जय सनातन धर्म हिन्दुत्व
वन्दे मातरम् भारत माता की जय हो जय राष्ट्रधर्म
चीन हमारा शत्रु राष्ट्र है।
चाइनीज सामानों का सम्पूर्ण बहिष्कार करें।
स्वदेशी अपनायें और राष्ट्र को समृद्ध बनायें।
आवश्यक हो , तभी घर से निकले।
मास्क लगाने और दिन में कई बार साबुन से हाथ धोने में लापरवाही न बरतें।
जहां साबुन का उपयोग सम्भव न हो , वहीं सेनीटाइजर का उपयोग करें।
सावधानी बरतें ; यही सर्वोत्तम उपाय है।