अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के अध्यक्ष आदरणीय श्री जगदेवराम जी उरांव का आज अचानक देहावसान हम सभी संघ स्वयंसेवक तथा कल्याण आश्रम के कार्यकर्ताओं के लिए दु:ख से स्तिमित कर देने वाला नियति का निर्मम आघात है।
किशोरावस्था में ही वे कल्याण आश्रम तथा संघ के संपर्क में आए व तब से उनका ध्येयसमर्पित जीवन ध्येय की कठिन साधना में आखरी सांस तक संलग्न रहा। अपने मृदु स्वभाव व परिपक्व बुद्धि के कारण वे सभी कार्यकर्ताओं में प्रेम व सम्मान के अधिकारी बन, कल्याण आश्रम के माध्यम से समाज के वनवासी बंधुओं की आवाज बनकर, नेतृत्व के रूप में उभरे।