मुहम्मद द मैसेंजर ऑफ गॉड'
महाराष्ट्र सरकार में गृहमंत्री अनिल देशमुख ने फिल्म को बैन कराने के लिए भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को लव लैटर लिखा है....भई काहे लिखा है?
तुम जब हिन्दुओं की भावनाओं को आहात कर रहे थे...जाने कितनी ही सीरिज और फिल्मे हैं जो सिर्फ और सिर्फ म्लेच्छ मत को फ़ैलाने के लिए बनाई जा रही थी या हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए..दोनों ही परिस्थितियों में मकसद एक ही होता...हिन्दुओं के आस्तित्व को समाप्त करना.....
म्लेच्छ मजे ले रहे थे क्यों? क्योंकि परोसने वाले हिन्दू नाम वाले #धिम्मी हैं...तो अब क्या चूल मची गयी? काहे चिंघाड़ रहे हो बे?
वैसे मुझे पर्सनली लगता है कि इसमें कोई भी ऐसी सच्चाई नहीं दिखाई/बताई जायेगी जो म्लेच्छों के अकीदों में लिखे सत्य से मेल खाती हो...
ये बात कहने का आधार है मेरे पास
आपको कश्मीर में म्लेच्छों द्वारा किये गए हिन्दू नरसंहार पर बनी "शिकारा" याद होगी....
उसका #प्रमोशन करते हुए जेहादन शैला रशीद जो अपने आपको कम्युनिस्ट कहती थी, ने इसके बायकाट का ट्विट किया था...ताकि लोग इसे देखे और फिल्म सुपरहीट हो जाए और पैसा बने...
चूँकि ये ह्यूमन नेचर है कि जिस को मना किया जाये वो ही इंसान पहले करता है...कम्युनिस्ट इसे अच्छे से समझते हैं...