जो भी सेठ, साहूकार, छोटी या बड़ी कंपनी मालिक इस बेहद प्रतिकूल समय में अपने कर्तव्यनिष्ठ औऱ ईमानदार कर्मचारियों को काम से निकाल रहे हैं उन्हें ये हरगिज़ नहीं भूलना चाहिए कि उन्हीं कर्मचारियों का वर्षों तक खून चूसकर उन्होंने शोहरत व दौलत हासिल की है......??