नहीं भाइयों नहीं,
ये कोई अबला नारी नहीं जिसके ससुराल वालों ने इसे पीटा हो,
ये तो रक्षा बंधन पर हिंदुओं को गाय न काटने का विचित्र ज्ञान देने वाले NGO पेटा की सदस्य है ।
इसको मार इसलिए पड़ी की इस बेचारी ने बकरा ईद को ग्रीन तरीके से बिना किसी जानवर को काटे मनाने की सलाह दी ।
बस फिर क्या था,बकरा दाढ़ी वालों ,जो बकरा काटकर त्यौहार मनाते है, ने इस पेटा वाली को दौड़ा दौड़ा कर पीटा ।
ये तो अच्छा है पुलिस आ गयी, वरना बकरे बचाने गयी इस पेटा वाली को बकरा दाढ़ी वाले 'बकरी' बना देते ❗