kulbhushanarora903's Album: Wall Photos

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घर की बेटी
होती है
*गृह देवी*
तिरस्कार नहीं
सम्मान करो
शुभ हैं वो आंगन
घर है वो उपवन
स्नेह की सांसों से
सींचती सबके वो मन
छल से रहित है जो दृष्टि
बिटिया की आंखों में पूरि सृष्टि