#राम_मंदिर केस में #बाबरी_मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी को भी आमंत्रित किया गया है।
इसका बाप हाशिम अंसारी 72 साल तक केस लड़ा फिर उसके मरने के बाद सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने तक इकबाल अंसारी मुकदमा लड़ता रहा...
इसके पास खाने तक को पैसे नहीं थे और आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि अयोध्या के हिंदू ही इसे पैसा देते थे, अयोध्या के हिंदुओं ने ही इसका घर बनवाया और आज हम हिंदू हैं इसे उस पवित्र रस्म में उस पवित्र मंदिर के भूमि पूजन में आमंत्रित कर रहे हैं जिस मंदिर को ना बनने के लिए इसने और इसके बाप ने अपनी पूरी जिंदगी खपा दी....
आखिर हम सनातनी न जाने किस मिट्टी के बने होते हैं....
फिर भी हमें कुछ तथाकथित बुद्धिजीवी असहिष्णु होने का सार्टिफिकेट देते हैं।
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