मत समझना कि मुस्कुराते है जो
उन्हे कोई गम नही है...
ज़िंदगी उनकी भी है एक सफ़र
मुश्किले उनकी भी कम नही है...
चलते है खामोश हवा से वो..
तूफान उनके मन मे कम नही है ....
आवारा बादलो की तरह वो बरसते नही
मत समझना की उनका कोई मर्म नही है..
एक मुस्कान मे सिमटी ज़िंदगी सारी उनकी
नसीब मे बेशक उनके दम नही है...
फ़र्क है इतना बस अंजान ..
उनकी आँखो मैं हार का गम नही है..!!
शुभ संध्या बेटी बचाओ परिवार