शिखर जी में पारस नाथ टोक पर आज ताले लग गए है दस हजार यात्री चढे थे कोई भी दर्शन नही कर पाया था आज
*ब्रेकिंग न्यूज़*
*शिखरजी तीर्थ खतरे में*
तत्काल सभी जैन ग्रुप में फॉरवर्ड करें!!
जैन धर्म के आस्था का महत्वपूर्ण केंद्र
सम्मेद शिखरजी तीर्थ
जिस तीर्थ भूमि से अपने
20 तीर्थंकर मोक्ष गति को प्राप्त हुए ऐसा महत्वपूर्ण तीर्थ खतरे में है!!
जैन धर्म के सभी पंथ संप्रदायों के विभिन्न मंदिर उपाश्रय भवन इत्यादि महत्वपूर्ण स्थान सम्मेद शिखरजी में बने हुए हैं !!!
यहां के मजदूरों ने हड़ताल एवं आंदोलन की धमकी देते हुए
*22 दिसंबर 2017 से भगवान की पूजा अभिषेक इत्यादि बंद कराने का इरादा घोषित किया है!!*
और भी कई सारी समस्याएं शिखरजी तीर्थ के सामने हैं !!!
क्या कोई है जो इन समस्याओं का समाधान कराएं !!!
जैन समाज दिगंबर श्वेतांबर स्थानकवासी तेरापंथी इन संप्रदायों में बटा हुआ है,
जिसका गलत फायदा असामाजिक तत्वों द्वारा लिया जा रहा है!!
वैसे तो सम्मेद शिखरजी पर चारों संप्रदायों के सभी संस्थान एकत्रित होकर इन समस्याओं का सामना करने का प्रयास कर रहे हैं ,,
लेकिन शायद समाज का संगठित बल आवश्यक है !!
अपने सर्वोच्च आस्था के ऐसे तीर्थ पर बहुत गंभीर खतरा आया हुआ है लेकिन हम सब इस से अनभिज्ञ है !! और अपने सांसारिक कार्यकलापों में व्यस्त है!!
आवश्यकता है संगठित होकर इसका मुकाबला करने की !!!
मैं जैन समाज के सभी शीर्ष पदाधिकारियों से एवं शीर्ष संगठनों से विनम्र अनुरोध करता हूं की तत्काल इस विषय में कुछ ना कुछ सक्रिय कदम उठाना जरूरी है!!
वरना भविष्य में पछताने के अलावा हमारे पास कुछ नहीं रहेगा !!!