भारत ने यरूशलम पर अमेरिका और इजरायल के खिलाफ वोट किया
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यरूशलम को इजरायल की राजधानी के तौर पर
मान्यता देने के अमेरिकी राष्ट्रपति के फैसले के
खिलाफ भारत आगे आया है.
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US के खिलाफ वोटिंग पर स्वामी ने मोदी सरकार को घेरा,
बोले- भारत ने गलती की!
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येरूशलम को इजरायल की राजधानी के रूप में
मान्यता देने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के
फैसले के खिलाफ यूनाइटेड नेशंस में वोट करने पर
बीजेपी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने केंद्र सरकार को घेरा है.
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स्वामी ने कहा कि ये फैसला भारत के हित में नहीं है.
भारत की क्रेडिबिलिटी पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है.
न तो अमेरिका और न ही इजरायल हम पर भरोसा करेंगे.
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उन्होंने कहा कि हमने हमेशा फिलिस्तीन का समर्थन किया है,
जो कश्मीर के मामले में हमेशा हमारा विरोधी रहा है.
इस्लामिक ऑर्गेनाइजेशन और अन्य फोरम में फिलिस्तीन ने
भारत का विरोध किया है. स्वामी ने कहा कि ये
कांग्रेस की पुरानी नीति है.
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येरूशलम को इस्राइल की राजधानी के तौर पर
मान्यता देने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के
फैसले पर भारत ने अंतिम समय तक
सस्पेंस बनाए रखा था.
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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता
रवीश कुमार ने गुरुवार दोपहर को इस संबंध में
भारत के रुख के सवाल पर संवाददाताओं से कहा कि
मुझे लगता है कि मतदान होने तक का इंतजार करना चाहिए.
आपको पता चल जाएगा कि हम किस दिशा में वोट करने जा रहे हैं.
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इजरायल के लिए पवित्र भूमि 'येरुशलम'
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पर
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भारत ने विरोध में वोट किया है...
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सरकार का यह स्टैंड सरासर 'तुष्टीकरण' है
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बीजेपी को इससे कुछ लाभ नहीं मिलने वाला
उल्टा आगे नुकसान उठाना पड़ सकता है!