*मानव कितने भी प्रयत्न कर ले
* अंधेरे में छाया*
*बुढ़ापे में काया*
*और*
*अंत समय मे माया*
*किसी का साथ नहीं देती
कर्म करो तो फल मिलता है,
आज नहीं तो कल मिलता है।
जितना गहरा अधिक हो कुँआ,
उतना मीठा जल मिलता है ।
जीवन के हर कठिन प्रश्न का,
जीवन से ही हल मिलता हैं