मुझे ये समझ नहीं आ रहा कि जिनको श्री राम के अस्तित्व पर ही शंका है और जो लोग राम जन्मभूमि की राह में सबसे बड़ा रोड़ा हैं, उनको भी चंद वोटों खातिर श्री राम का भेष क्यों धरना पड़ गया??
रेगिस्तान के फकीर बन जाते!
सूली पर लटकने वाली नाज़ायज़ औलाद बन जाते!
श्री राम ही क्यों बने??