अखंड भारत 's Album: Wall Photos

Photo 1,746 of 2,484 in Wall Photos

"ओसामा और बग़दादी भी थे तबलीगी जमात के मददगार" हिन्दुस्तान में जरूर लगना चाहिए इस पर बैन- यूपी शिया वक़्फ़ बोर्ड चेयरमैन का बयान

उत्तर प्रदेश शिया वक़्फ बोर्ड चेयरमैन सैयद वसीम रिज़वी ने तबलीगी जमात पर सनसनीखेज़ बयान दिया है


उन्होंने तबलीगी जमात के बारे में कहा कि तब्लीग़ का मतलब होता है प्रचार करना और जमात का मतलब होता है एक समूह।

तबलीगी जमात मुसलमानों का एक खतरनाक समूह है जो पूरी दुनिया में इस्लाम के प्रचार के नाम पर मुसलमान लड़कों को कट्टरपंथी बनाता है ।

इनका काम है- चार-चार, पांच-पांच के गुटों में शहरों-शहरों और गांव-गांव जाते हैं और मुसलमान लड़कों को रोककर उनको इस्लाम की बातें बताते हैं।

यह जमात पूरी दुनिया में फैली हुई है, हिंदुस्तान में भी इसके लाखों मेंबर हैं, चाहे अबु बकर बगदादी हो, या ओसामा बिन लादेन यह सब तबलीगी जमात के मददगार थे, तबलीगी जमात को दुनिया के कट्टरपंथी और आतंकी मुल्ला ही चला रहे हैं।

उन्होंने कहा कि इनके पास बहुत लंबा पैसा पूरी दुनिया से इनको इसी काम के लिए दिया दिया जाता है कि यह मुस्लिम लड़कों को कट्टरपंथी बनाएं और इस्लाम का ऐसा प्रचार करें जिससे वह यह समझे कि अगर अल्लाह की राह में अपनी कुर्बानी भी देनी पड़ जाए तो देने से पीछे ना हटे।

क्योंकि यह दुनिया तो खत्म हो जाएगी, दुनिया में जो भी इंसान आया है वह चंद दिनों के लिए आया है, असली जिंदगी उसको अल्लाह के लिए ही जीनी है।

जो यहां अच्छे काम करेगा इस्लाम की बातों पर अमल करेगा और अल्लाह की राह में अपनी कुर्बानी के लिए हर वक्त तैयार रहेगा, तो अल्लाह तुमको मरने के बाद जन्नत में रखेगा और हर ऐशो आराम देगा।

यह भी समझाते हैं की दुनिया में जो अल्लाह को नहीं मानते हैं, जो कुरान शरीफ को नहीं मानते हैं वह सब काफिर हैं और काफिर अल्लाह के दुश्मन हैं उनसे ना कारोबार करना चाहिए उनका ना तो खाना चाहिए और जब भी वक्त मिले तो उनको नुकसान पहुंचाना चाहिए।

यह नौजवान लड़कों को यहां तक समझाते हैं कि काफिरों को मारना सवाब है अगर कोई शख्स एक काफिर को भी मार देता है तो उसको सौ हज का सवाब मिलेगा।

इसीलिए इस तबलीगी जमात को दुनिया का सबसे खतरनाक जमात माना जाता है।

कुल मिलाकर देखा जाए तो इनका काम सिर्फ और सिर्फ मुस्लिम नौजवान लड़कों को कट्टर बनाना है।

जब कोई भी मुस्लिम लड़का कट्टर बन जाएगा तो वह आसानी से किसी भी आतंकी संगठन के लिए काम करने के लिए तैयार हो जाएगा और उसमें अगर कुर्बानी देने का जज्बा पैदा हो गया तो वह किसी भी आतंकी संगठन के लिए मानव बम बहुत आसानी बन सकता है, क्योंकि वह जब यह सोचने लगेगा कि अगर हम काफिरों को मार कर जन्नत चले जाएंगे तो इससे अच्छा और क्या हो सकता है।

मौत तो एक बार आनी है क्यों ना अल्लाह की राह में कुर्बानी देते हुए काफिरों को मारकर जन्नत में जाया जाए, बस इसी तरह की मानसिकता यह तबलीगी जमात दुनिया में पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।


उदाहरण के तौर पर आप खुद देख सकते हैं कि पिछले 20 सालों में मुस्लिम नौजवान लड़कों में बहुत तब्दीलियां आई हैं।

पहले चेहरे पर दाढ़ी, कुर्ता पजामा वही लोग पहना करते थे, जो लोग किसी मदरसे में पढ़ते थे या मदरसों में टीचर थे या मुल्ला मौलवी थे, लेकिन अब बहुत बड़ी तादाद में पढ़े लिखे मुसलमान और नौजवान लड़के इस्लामिक दाढ़ी रख रहे हैं।

दाढ़ी रखना कोई बुरी बात नहीं है, लेकिन मानसिकता को बदल कर कोई नया काम किया जा रहा है या इंसान में कोई बदलाव आ रहा है तो यह इस बात का सबूत है कि उसकी सोच में कोई बदलाव जरूर आया है।

इसलिए ऐसी खतरनाक तबलीगी जमात को खत्म करने की जरूरत है, उन्होंने आगे कहा कि सभी मुस्लिम आतंकवादी संगठनों की यह बुनियादी ताकत है, ये वो काम उनके लिए करते है जो आतंकवादी संगठन खुल कर नहीं कर सकते, हिंदुस्तान में तो जरूर इस जमात पर प्रतिबंध लगना चाहिए।