*"भरोसा" एवं "प्यार"*
*"दो" ऐसे "पंछी" है*
*अगर इनमें से एक उड़ जाए तो*
*दूसरा अपने आप उड़ जाता है*
*कभी- कभी हम ग़लत नहीं होते,*
*लेकिन हमारे पास वो शब्द ही*
*नही होते,*
*जो हमें सही साबित कर सकें...*
*जीवन में आगे बढ़ना है तो निंदा के प्रति बहरे हो जाओ...*