*आज के चतुर्थ नवरात्र के दर्शन:- श्री ब्राह्मणी माताजी चित्तौड़गढ़ श्रिंगार दर्शन लाल सेटन साड़ी चुनर ओढ़नी सुन्दर गलहार लाल पिछवाई केसर तिलक सुगंधित ईत्र गूगल धूप ख़ुशबू से परिपूर्ण अगरबती*
बाण मैया जी तुम बङी दयालु हो
बाण मैया जी तुम बङी दयालु हो
ब्राह्मणी माँ बङी दयालु हो
बाण मैया जी तुम बङी दयालु हो
ब्रह्माणी माँ बङी दयालु हो
हमे तो बस तेरा सहारा है
ओर नहीं कोई हमारा है
तेरा दर प्राणो से प्यारा है
मैया जी तुम जय हो
मैया जी तुम जय हो
बाण मैया जी तुम बङी दयालु हो
ब्राह्मणी माँ बङी दयालु हो
बाण मैया जी तुम बङी दयालु हो
ब्रह्माणी माँ बङी दयालु हो....
तेरा यश गाया वेदो ने
पार नही पाया वेदो ने
नेती नेती गाया वेदो ने
बाण मैया जी तुम बङी दयालु हो
ब्राह्मणी माँ बङी दयालु हो
बाण मैया जी तुम बङी दयालु हो
ब्रह्माणी माँ बङी दयालु हो.....
तुम्हारा नाम मिले मैया
भक्ति का दान मिले मैया
सुबह ओर शाम मिले मैया
मैया जी तुम जय हो
मैया जी तुम जय हो
बाण मैया जी तुम बङी दयालु हो
ब्राह्मणी माँ बङी दयालु हो
बाण मैया जी तुम बङी दयालु हो
ब्रह्माणी माँ बङी दयालु हो.....
ओर सब झूठी माया है
मैया जी मुझे क्यो बिसराया है
दास गजु तेरी शरण में आया है
मैया जी तुम जय हो
मैया जी तुम जय हो
बाण मैया जी तुम बङी दयालु हो
ब्रह्माणी माँ बङी दयालु हो
बाण मैया जी तुम बङी दयालु हो
ब्राह्मणी माँ बङी दयालु हो
बायण माँ बङी दयालु हो
बाणेश्वरी माँ बङी दयालु हो