कारणं सुखदु:खानां
भावाभाव स्वरूपिणम् ।
मृत्युंजयं महाकालं
नमस्यामि शनैश्चरम् ।।
ग्रहाणां ग्रहभूतं च
सर्वग्रहनिवारणम् ।
मृत्युंजयं महाकालं
नमस्यामि शनैश्चरम् ।।
अर्थ-
"समस्त सुख-दु:खों के कारणस्वरूप,भाव अभाव स्वरूपी मृत्युंजय महाकाल शनैश्चर को नमस्कार है।
समस्त ग्रहों के लिए ग्रहस्वरूप समस्त ग्रहों के निवारण करनेवाले मृत्यु को जीतने वाले महाकाल भगवान् शनैश्चर को नमस्कार करता हूँ।"
न्याय के देव भगवान् शनि की कृपासे आपका दिन मङ्गलमय हो