शिव को जीवन का सार कहा जाता है. ब्रम्हा-विष्णु-महेश में शिव को प्रमुख देव की उपाधि दी गई है. हिन्दू वेद-पुराण के मुताबिक जब-जब तीनों लोक में कोई भी मुसीबत आई है भगवान शिव ने ही सृष्टि को उन मुसीबतों से उबारा है. यह भी कहा जाता है कि भगवान शिव को मनाना बहुत आसान है. शिव ही ऐसे देव हैं जो अपने भक्तों से आसानी से मान जाते हैं. अकाल मृत्यु हो या कोई और समस्या शिव की आराधना से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं. शिव की आराधना करने से कभी अकाल मृत्यु नहीं आती है साथ ही जीवन में किये गए सारे पाप मिट जाते हैं.
भगवान शिव की आराधना उनके कई नामों से की जाती है, जैसे- भोलेनाथ, शम्भु, नीलकंठ, रावणेश्वर, त्रयम्बकेश्वर इत्यादि. पूरे भारत में शिव के 12 ज्योतिर्लिंग हैं जिन्हें अलग-अलग नामों से जाना जाता है. ऐसी मान्यता है कि जो व्यक्ति शिव के इन 12 ज्योर्तिलिंग के दर्शन कर लेता है उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है.
भगवान शिव की आराधना के लिए कुछ ऐसे मंत्र हैं जिनके जाप से भगवान शिव तत्काल फल देते हैं और सारे कष्टों को दूर करते हैं:
शिवाय गौरी वदनाब्जवृंद सूर्याय दक्षाध्वरनाशकाय
श्री नीलकंठाय वृषभद्धजाय तस्मै शि काराय नम: शिवाय:॥
अवन्तिकायां विहितावतारं मुक्तिप्रदानाय च सज्जनानाम्।
अकालमृत्यो: परिरक्षणार्थं वन्दे महाकालमहासुरेशम्।।
जीवन में हर काम इंसान को ही करना है. लेकिन इंसान तब तक कोई काम नहीं कर सकता जब तक ईश्वर की मर्जी ना हो. जीवन में इंसान का रास्ता बनाने वाले शिव ही हैं. इस मंत्र का जाप करने से आपकी सारी मनोकामना पूरी हो जाती है. साथ ही जीवन के रास्ते में आने वाली सारी मुश्किलों का समाधान हो जाता है.
अगर आप किसी प्रकार के विकार या बीमारी से जूझ रहे हैं तो प्रतिदिन शिव की मूर्ति के सामने भगवान शिव का स्मरण कर इस मंत्र का उच्चारण करें. इस मंत्र के नित्य उच्चारण से आपकी सारी बीमारी और विकार दूर हो जाएंगे और प्रभु आपको स्वस्थ जीवन प्रदान करेंगे.
शिवलिंग पर प्रतिदिन जल चढ़ाने से शिव सारे कष्टों को दूर करते हैं. भगवान शिव का मन में ध्यान लगा कर इस मंत्र का जाप करने से भगवान शिव तत्काल आपकी सारी मनोकामना को पूर्ण करते हैं. वेद-पुराणों के मुताबिक सृष्टि में जब-जब कोई विपदा आई है तब-तब सारे देवी-देवता शिव के पास गए हैं और शिव ने ही उन्हें रास्ता दिखाया है. जो व्यक्ति सच्चे मन से शिव की आराधना करता है उसे भोलेनाथ हर कष्ट से उबारते हैं.