Search in Albums
Search in Blogs
Search in Groups
Search in Musics
Search in Polls
Search in Members
Search in Members
Search in Questions
Search in Videos
Search in Channels
Show All Results
Home
Inbook Cafe
Questions
News
Videos
Groups
Blogs
Polls
Music
Home
Inbook Cafe
Questions
News
Videos
Groups
Blogs
Polls
Music
Albums
Search in Albums
Search in Blogs
Search in Groups
Search in Musics
Search in Polls
Search in Members
Search in Members
Search in Questions
Search in Videos
Search in Channels
Show All Results
Home
Inbook Cafe
Questions
News
Videos
Groups
Blogs
Polls
Music
Anupama Jain
's Album:
Wall Photos
Photo 4,684 of 4,828 in Wall Photos
Prev
Next
तुम समंदर मै नदी हु
तुम गहरे शांत मै चंचल बहती रहती हु
मै जन्म लेती ही मर्यादा मै बंधी
धीरे धीरे अपने रूप को बढ़ाने लगी
उफान मुझे भी आता है तब मै बाढ़ लाती हु
सब तबाह कर जाती फिर भी मै जीवनदायनी कहलाती हु
मुझसे खेत लहलहाए शहरों को मै बसती हा मै नदी हु
तुम समंदर मै नदी हु
तुम गहरे शांत मै चंचल बहती रहती हु
तुम समंदर शांत गहरे सब कुछ सामने की शक्ति है
पर तुमपर न तो बांध बने न नहर निकली जाती है
तुम अगाध तुम शांत पर गुस्सा तुमको भी आता है
जब छोड़ते हो तुम मर्यादा सब कुछ तबाह कर जाते हो
जो तुमको चाहिए वो तुम पा जाते हो
तुम समंदर मै नदी हु
तुम गहरे शांत मै चंचल बहती रहती हु
पर फिर भी मै नदी मेरा मेरा अंत तुम्हारी शुरुवात है
तुम मै जिसका विलय हुआ वो मेरा ही आगाज है
सैकड़ो नदी समा जाती तुम में खुद को खत्म कर तुम्हारी हो जाती है
गंगा नर्मदा सिंधु ताप्ती कोई भी नाम हो मिल कर सागर की होजाती है
अपना अस्तित्व खो जाता है नदी जब तुमसे मिले आती है
तुम समंदर मै नदी हु
तुम गहरे शांत मै चंचल बहती रहती हु
अनुपमा जैन
Tagged: