Its copy n paste
जब मैं ऑटो में बैठी तो देखा की ड्राइवर की गोद में एक छोटी सी बच्ची है ,तो मैं समझी कि शायद बच्ची ने आज जिद की होगी कि पापा मैं भी साथ जाऊंगी या फिर उसे चलने से पहले उतार देगा ! मगर जब रिक्शा चला...
तो देखा कि वह बच्ची रेस दे रही है और उसका पापा दूसरी तरफ से स्टेरिंग पकड़कर उसे कुछ बता रहा है
रास्ते में यह सब कुछ देखती रही और सुनती रही !
जब मंजिल पर पहुंची, तो उसे किराया देने के बाद पूछा ..
तो उस पर रिक्शा ड्राइवर ने मुझे बताया कि मेरा एक हाथ से अपाहिज हूं इसलिए हम दोनों मिलकर रिक्शा चलाते हैं मुझे यह गवारा नहीं कि मेरी बेटी किसी के घर में सफाई करें और मैं भिखारी बनूं !
बच्ची को पढा भी रहा हूं और घर का खर्च भी चल रहा है और खुशहाल जिंदगी बिता रहा हूं !