एक साँप, एक बढ़ई की औजारों वाली बोरी में घुस गया।
घुसते समय, बोरी में रखी हुई बढ़ई की आरी उसके शरीर में चुभ गई और उसमें घाव हो गया, जिस से उसे दर्द होने लगा और वह विचलित हो उठा। गुस्से में उसने, उस आरी को अपने दोनों जबड़ों में जोर से दबा दिया।
अब उसके मुख में भी घाव हो गया और खून निकलने लगा। अब इस दर्द से परेशान हो कर, उस आरी को सबक सिखाने के लिए, अपने पूरे शरीर को उस साँप ने उस आरी के ऊपर लपेट लिया और पूरी ताकत के साथ उसको जकड़ लिया। इस से उस साँप का सारा शरीर जगह जगह से कट गया और वह मर गया।
ठीक इसी प्रकार कई बार, हम तनिक सा आहत होने पर आवेश में आकर सामने वाले को सबक सिखाने के लिए, अपने आप को अत्यधिक नुकसान पहुंचा देतें हैं।
सोचें व समझें तत्पश्चात राष्ट्रहित देखें कि इस भारतवर्ष के लिए कौन उपयोगी है ...उसके बाद अंतरात्मा की आवाज व देशहित में मतदान का निर्णय करें ...वाकी आप स्वंय समझदार है ...आवेश में कोई निर्णय न लें जिससे आपके एक गलत निर्णय की कीमत आपकी आने वाली नस्लों को व इस देश को चुकानी पड़ सकती है ....
मोदी तो आज है 15-20 साल बाद निकल लेंगे लेकिन आप सोचो आपने आने वाले पीढ़ी के लिए क्या छोड़ा कन्हइया जैसे सोच के देशद्रोही, राम को काल्पनिक भ्रस्टाचारी देश को लुटने वाली और हिन्दुओ तो तोड़ने वाली कांग्रेस, 5 टाइम नमाज पढ़ने वाली मोमता बानो, निर्भया के बलात्कारी अफरोज को सिलाई मशीन बाटने कज्जु मियां पुरा देश बंगाल बन जायेगा फिर मंदिर जाने लायक भी नही बचोगे यकीन ना हो रहा है ना तो चले जाइए बंगाल पता चल जायेगा
फिर हटवाते रहना आरक्षण और बनवाते रहना मंदिर
देशद्रोही और हिंदुत्व विरोधी ये सब एक साथ आ सकते है और गठबंधन कर सकते हैं तो तो हम क्यो नही कर सकते मोदी जी के साथ गठबंधन हम करेंगे मोदी जी के साथ गठबंधन देशद्रोहियों और हिंदुत्व विरोधियो को जड़ से उखाड़ने के लिए