"आपकी इनायतें ..आपके रहमतो का करम श्री श्याम ...आप ही बताये बाबा कैसे भूलेंगे हम ...मेरी ज़िन्दगी की नाव में पतवार बने हो तुम साँवरिया ..अब आप ही बताएं कैसे ..भूलेंगे हम । स्वपन में ऐसा कभी न सोचेंगे हम आपकी कसम श्याम आपकी कसम ,बस मेरी एक ख्वाहिश हैं तेरे श्री चरणों मे निकले ये दम ..आप ही बताये श्याम कैसे भूलेंगे हम । मेरे आदरणीय व सभी मित्रगणों को मुकेश का प्रणाम जय जय श्री श्याम,
बोलो हारे के सहारे की जय ।।