अदा और अदब में फ़र्क़ होता है..
अदा हमें आकर्षित करती है
तो अदब हमें प्रभावित करता है,
अदा की आयु कम होती है
लेकिन
अदब दीर्घायु होता है,
अदा से उन्माद पैदा होता है
और अदब से उमंग,
सफलता के लिए उन्माद की नहीं
उमंग की आवश्यकता होती है,
काम अदा से नहीं
अदब से किए जाते हैं,
अदा में अदब हो या ना हो
किन्तु
ये तय है की
अदब की अपनी एक अदा होती है !!