पायल शर्मा's Album: Wall Photos

Photo 337 of 4,545 in Wall Photos

इक रोज खिल गई कली, गुलाब बन गई !
उस रात मेरी आँख लगी, ख़्वाब बन गई !!

सर चढ़ गया नशा मुहब्बत का इस कद़र !
मदहोश कर दिया मुझे, शराब बन गई !!

दामन के दाग़ धुल गए, फिर हो गए बरी !
वो हर सवाल का मेरे, जवाब बन गई !!

शहनाई बज़ उठी, वो लगी सजने-सवंरने !
सिमटी हुई दुल्हन मेरी, नक़ाब बन गई !!

खुद पे गुमान हो गया दिल लगा मचलने !
वो चौदहवीं के चाँद सी महताब बन गई !!

सीने से लिपट जाए बस, थी आरज़ू मेरी !
बाहों में आ गई मेरी, जनाब बन गई !!

ये इश्क़ भी "अजीज" हमें जान से प्यारा !
पल भर में मेरे दिल की, नवाब बन गई !!