हें कपिराज नहीँ अस काज न आप से होय जो आप विचारों न आप से होय जो आप विचारो सात समंदर जान सरोवर लाँघो एक छलाँग जो मारो 2
तीनो लोक मेँ कोई नहीँ कपि आपको मारग रोकन हारो को नहीँ जानत हैं कपि संकट मोचन नाम तिहारो बाल समय रवि भक्षी लियो तब तीनहूँ लोक भयो अधियारो ताहि सो त्रास भयो जग मेँ यह संकट काहू सो न जात हैं टारो देवनी आनी करी विनती तब छाँड़ि दियो रवि कष्ट निवारो को नहीँ जानत हैं जग मेँ कपि संकट मोचन नाम तिहारो
तुम पे हमें अभिमान सुनो विनती हनुमान हमारी अपने बल का कछु ध्यान करो हनुमान महा बलधारी
हनुमान महा बलधारी
बजरंगबलि उपकारी अपने बल का कछु ध्यान करो हनुमान महाबलधारी
राम के नाम को जाप करो तुम निशदिन रामहीं राम ऊच्चारो 2
राम रमे रहों राम सुनो चहो राम को नाम तुम्हे अति प्यारो श्री राम को नाम तुम्हे अति प्यारो राम के सेवक राम दोहाई 2 श्री राम पे आयी विपत्ति को टारो को नहीँ जानत हैं जग मेँ कपि संकट मोचन नाम तिहारो लंका जावो सिया सुधि लावो लंका जावो सिया सुधि लावों केवल आस तिहारी अपने बल को कछु ध्यान करो हनुमान महाबलधारी
हनुमान महाबलधारी
बजरंगबलि उपकारी अपने बल को कछु ध्यान धरो हनुमान महाबलधारी
श्री राम जय राम जय जय राम