काशी से भी प्राचीन नगरी सरनाथ है, जिसे सम्राट अशोक ने बसाया था !
काशी विश्वनाथ मंदिर का इतिहास में उल्लेख 1194 A.D का मिलता जब कुतुबदीन ऐबक ने मंदिर को ध्वस्त किया था !
काशी विश्वनाथ मंदिर मंदिर ज्यादा से ज्यादा 8वीं शताब्दी के बाद बना होगा, जैसे और भारत के मंदिर बने !
काशी के सारे घाट 1700 A.D के बाद मराठा साम्राज्य में बने !
काशी से 13 km दूर सरनाथ में "अशोक पिलर" और "स्तूप" चीख चीख कर काशी से भी प्राचीन होने का दावा कर रहे हैं !
सारनाथ की समृद्धि और बौद्ध धर्म का विकास सर्वप्रथम अशोक के शासनकाल में शुरू होता है !
सम्राट अशोक ने सारनाथ में धर्मराजिका स्तूप, धमेख स्तूप और सिंह स्तंभ का निर्माण करवाया !
काशी नगरी की स्थापना से 1,000 साल पहले स्तूप, धमेख स्तूप और सिंह स्तंभ का निर्माण हुआ वो भी सरनाथ में !
तो काशी से भी प्राचीन नगरी सारनाथ है !
एक बात और जोकि सबसे अहम - "सिंह" टाइटल कि शुरुआत अशोक स्तम्भ से ही हुई और शुरुआत गुरु गोविंद सिंह ने किया बाद में कच्छवाह महाराजाओ ने "सिंह" टाइटल अपने नामों के साथ लगाना शुरू किया जबकि राजपूत महाराजा "चंदेल" "प्रताप" "राठौर" आदि टाइटल इस्तेमाल करते थे... अब तो आपका भी कन्फ्यूज़न दूर हुआ होगा!
PremlataKushawaha