आज से १०० साल तक अगर भाजपा का शासन बना रहा तो कुछ इस तरह की धार्मिक कहानियों का जन्म होगा -
सूत जी बोले - हे मुनियों, मैं आपसे तीनों लोकों में विख्यात श्री नरेन्द्र मोदीजी और उनके क्रपापात्र अमित शाह का माहात्म्य फिर से कहता हूँ......ध्यान लगाकर सुनो !
एक बार की बात है ! कलियुग में भारत वर्ष मे कांग्रेस नामक दल के पापाचार से तीनों लोक की दुखी जनता में त्राहि त्राहि मच गयी थी........
लेकिन उस दल की विदेशी मूल की विवश अध्यक्षा ने एक गहरी चाल चली..... उसने एक ऐसे जटाधारी अर्थशास्त्री को सत्ता सौप दी,जो अपनी जटाओं को पगड़ी में समेट कर रखते थे! उसके मनमोहिनी स्वरूप ने जनता को ऐसा रिझाया की 2g 3g 4g जैसे घोटाले हो गए और जनता सोती ही रह गयी..............!
परन्तु उसी भारत भूमि में अन्ना और बाबा रामदेव जैसे संत यह घोर अन्याय देख कर विचलित हो उठे, उन्होंने दिल्ली के जंतर मंतर पर घोर तपस्या की,...............!
रामदेव ने सलवार पहन ऐसी कठोर तपस्या की क़ि उनकी एक आँख अधिक चलने लगी! और अन्ना महाराज की तपस्या का फल केजरीवाल नामक उनका कपटी शिष्य और किरण वेदी नामक यक्षिणी ले उड़े! इस कथा को हम बाद में कहेंगे !अभी तो ओम् नमो नरेंद्राय नम : की कथा कहनी है सो सुनो .......................
सत्ता की अटल आडवानी आराधना और संघ की कठोर तपस्या से कारपोरेट भगवान- अडानी अंबानी अत्यधिक प्रसन्न हो गए !और प्रकट होकर बोले कहो वत्स क्या मांगते हो!Capita
अन्ना महाराज और सलवारी बाबा रामदेव ने कहा कि ..हे महानतम् धन्नासेठो..........इस मनमोहनी यूपैया अत्याचारों से भारतवर्ष की जनता को बचाओ प्रभु!यह तो राजमाता सोनिया के साथ मिलकर भय भूख और भ्र्ष्टाचार को इस पुण्य भूमि को बढ़ाये जा रहा है...............!
मॉडर्न पूंजीवादी भगवान ने कहा हे कलियुगी पूंजीवादी संतो-हम अभी तुम्हारे कष्टों का निवारण कर देते हैं! .........भारत वर्षे,गुजरात प्रांते,गांधीनगर धामे,चीफ मिनिस्टरम,श्री नरेन्द्र मोदी जी बैठे हुए हैं वे ही इस कलिकाल में कल्कि अवतार हैं! उनके बारे में यवन देश के नास्ट्रेडमस नामक ज्योतिषी भी लिख गए हैं .........अब वो ही इस जनता का दुःख दर्द दूर करेंगे!
ऐसे आप्त वचन सुनते ही रामदेव और अन्ना महाराज का मन मयूरा नाच उठा !उन दोनों ने भारत की कोटि कोटि जनता में यह शुभ समाचार पुहंचा दिया, जनता ख़ुशी से पागल हो उठी! 70 सालो का अन्धकार जो आँखों में छाया हुआ था ,नरेन्द्र मोदी नामक सूर्य के प्रकाश से पल मे हट गया और हर हर मोदी मोदी घर घर मोदी की महा आरती प्रारंभ!इति श्री भारतवर्षे लोकतंत्रात्मक धर्मनिरपेक्ष जनतंत्रात्रिक राष्ट्रे कथायाम् समाप्त! ओम् नमो!