अगर शिक्षा विकास का मूलमंत्र है तो राज्य के शिक्षा के क्षेत्र में अपने मुख्यमंत्री काल में लालूजी - बिहार और मोदीजी - गुजरात का आकलन करना चाहिए. कौन है असली विकास पुरुष और कौन है मार्केटिंग से विकास पुरुष ?
बिहार में शिक्षा को बढ़ावा देने में और नए विश्वविद्यालय खोलने में बिहार के शासन 1990 से 2000 तक के 10 साल में लालूप्रसाद यादव और गुजरात के शासन 2001 से 2011 तक के दश साल में नरेन्द्र मोदी पीछे और लालूजी अव्वल रहे है.
लालूजी की उपलब्धि बिहार में नए विश्व विद्यालय :
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1. जेपी विश्वविद्यालय, छपरा (1990),
2. वीर कुँवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा (1992),
3, बीएन मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा (1992),
4. विनोबा भावे विश्वविद्यालय, हज़ारीबाग़, (1992),
5. सिदो कान्हू मुर्मु विश्वविद्यालय, दुमका (92),
6. मौलाना मज़हरुल हक़ अरबी फ़ारसी विश्वविद्यालय, पटना (98)
(संदर्भ: जयन्त जिज्ञासु, शोधार्थी, जेएनयू, नई दिल्ली)
मोदीजी की उपलब्धि देश में गुजरात शिक्षा में न. 13 से 18 पर:
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1.2001 से 2011 तक सरकारी प्रा. शालाओ सरकारी माध्यमिक शालाओ के छात्रो की कमी.
2. 1 भी नयी सरकारी विश्व विद्यालय नहीं.
3. नयी ग्रांटेड या सरकारी माध्यमिक शाला को मंजूरी में कमी.