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*पुलवामा आतंकी हमला/ संघी हमला है।*
*आपको सबसे पहले तो ये देखना चाहिए कि जिस रूट से 2500 अर्ध सैनिकों की टुकड़ी जा रही थी उस रास्ते को तीन दिन पहले से ही आम जनता के लिए बंद कर दिया था यानि की कोई भी आम नागरिक की गाड़ी या पैदल entry नहीं दी जाएगी अतः चेक पोस्ट पर ही रोक दी जाएगी यानि की अगर आप खुद अपना भारत का identicard लेकर जाओगे तो भी आपको अंदर आने की इजाजत नहीं है तो फिर एक scorpio कैसे अंदर आ सकती है ये वाकई हैरान करने वाला है। क्या scorpio हेलिपकॉप्टेर से लाई गयी? ऐसा अभी किसी एजेंसी ने नहीं बोला है क्योंकि स्कार्पियो असल में उसी रास्ते से चेक पोस्ट से होते हुए आई है जहाँ से आपको जाने रोक जा सकता था।*
*मान लिया स्कार्पियो को आने दिया जाए लेकिन उसे बिना चेक किए कैसे आने दिया जा सकता है?*
*दूसरी बात हमारे पास टेक्नोलॉजी की इतनी कमी है 200 mt दूर आ रही किसी कार तक को नहीं पता कर सकते? यानि ऐसे तो सब बर्बाद हो जाएगा?*
*इन सब बातों से ये साबित होता है ये आतंकी हमला बाहर से तो हुआ है लेकिन इसकी प्लानिंग अंदर से हुई है*।
*भारत की पूरानी खबरों को पढ़िए और उन्हें एनालाइज करिए।*
*भारत में ध्रुव सक्सेना, अच्युत्यानंद मिश्रा से लेकर कई ऐसे ISI एजेंट पाए गए जो देश की secret* *इनफार्मेशन पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी से शेयर कर चुके है।*
*वहीं दूसरी तरफ मालेगांव हमले की प्लानिंग पर गौर कीजिए जिसमें अभिनव भारत नाम से एक आतंकी संगठन शामिल था।*
*अब असल इस पुलवामा हमले को और करीब से देखते है।*
*पुलवामा हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद नमक आतंकी संगठन ने ली है जिसका सरगना वही इंसान है जिसे अटल बिहारी वाजपेयी कंधार छोड़ने गया था ये बात किसको नहीं पता वहाँ क्या डील हुई थी।*
*जब भारत की इस सरकार को पता है कि हमारे लुये आतंकी खतरनाक है तो देश की खुफिया एजेंसी के सहारे या किसी भी तरह उस आतंकी ख़त्म क्यों नहीं किया गया और बॉर्डर पर इतनी कड़ी सुरक्षा के बावजूद उसका प्रभाव भारत के कश्मीर कैसे बना रहा है।*
*चुनाव आने के कुछ ही दिन पहले यह हमला ज्यस बात का सबूत है कि ये हमला जैश ए मोहम्मद और RSS की मिली भगत की देंन है।*
*ये एक मात्र संयोग नहीं है 42 शाहीद सैनिकों में एक भी ब्राह्मण नहीं है।*
*सबसे खास बात ये है कि जब विस्फोटक फट चूका तो उसके भार का सही आंकलन कैसे लगाया?*
*क्या इन्होंने धमाके की intensity को measure करके ऐसा अनुमान लगाया या फिर ये पहले से प्रायोजित होने की वजह से ऐसा पता चला?*
*आप दूसरा पहलू ये भी देखिये, जिस देश का PM उन बिज़नस मैन का चाटुकार करता हो जिनका हजारों करोड़ का बिज़नस पाकिस्तान में लगा हो और पाकिस्तान या वाहह के आतंकी संगठन इन बिज़नस मैंन पर दवाब बनाए की हम यहाँ से आपके प्लान को बर्बाद कर देंगे या trade ख़त्म कर देंगे तो बिजनेसमैन इसके लिए सरकार को किसी भी हद तक जाने के लिए बाध्य कर सकते है।*
*वहीँ दूसरी तरफ देश के सुरक्षा सलाहकार का बेटा दुश्मन देश के साथ हजारों करोड़ का व्यापार करता उस देश के सुरक्षा में बैठे* *अधिकारियो पर विश्वास कैसे किया जा सकता है जो ज्यादातर ब्राह्मण है।*
*उन्हें 42 OBC SC ST या अन्य को शहीद होने का दर्द नही होगा ।*
*उन्हें सिर्फ महल बनाना है जिससे वो चुनाव जीत सके और देश को अपने हिसाब लूट सकें।*
*आप आगे RSS का आतंकी गतिविधियां के बारे में पढ़िए।*
*देश में जितने भी जगह बम ब्लास्ट हुए वे सारे के सारे आरएसएस या आरएसएस से जुड़े लोगो ने यानि ब्राम्हणो ने ही करवाए।* *असित चटर्जी उर्फ़ असिमानद ने कन्फेशन में कहा की देश भर में जितने बं ब्लास्ट हुए वे सारे के सारे आरएसएस ने ही करवाए मगर सत्ता में बैठी कांग्रेस ने उन सारे आतंकवादियों को बचाया क्यों की मोहन भागवत को वह बचा रहे थे !कांग्रेस ने ही तो आरएसएस को १९२५ में पैदा किया था ना !कांग्रेस बीजेपी आरएसएस कम्युनिस्ट* *ब्राम्हणो डीएनए एक ही है !!*
*सन २००८ को जब मालेगाव बम ब्लास्ट की जाँच करकरे ने शुरू की तब उन्हें लेफ्टनत कर्नल प्रसाद पुरोहित और दयानन्द पांडे के पास से ३ लैपटॉप जप्त किये गए। उसमे मिली जानकारी यह ब्राम्हणी राज ब्लू प्रिंट था।*
*उसमे आरएसएस के द्वारा ही चलाये जा रहे अभिनव भारत के असंख्य गुप्त मीटिंग्स के वीडियो , ओडिवो रिकॉर्डिंग थे। उसके अनुसार उन ब्राम्हणी आतंकवादियों मीटिंगे delhi ,जम्मू,कलकत्ता ,फरीदाबाद,भोपाल,इंदौर ,जबलपुर,नासिक ,पुणे ,देवळाली इन पर गुप्त मीटिंगे हुयी !उन ३ लैपटॉप में ४८ पार्ट है जिसमे २४ विडीवो और २४ ओडिवो है। उसमे से केवल ४ या ५ भागो का ही सामने जिक्र आता है बाकी ढेर सारी बाते सामने अभी तक आयी नहीं है। वह सब जानकारी सामने नहीं आयी है अगर वह आती है तो ३ प्रतिशत ब्राम्हणो को जेल में डाला जायेगा या फिर उन्हें जनता ही चौक चौराह पर लाकर मार डालेंगी यह चिंता ब्राम्हणो को है।*
*भारत में छाहे कांग्रेस आये या बीजेपी, कम्युनिस्ट ब्राम्हणो के होने के कारण ब्राम्हणी आतंकवाद को बढ़ावा देते है क्यों की इसी से ३ प्रतिशत ब्राम्हणो का भारत पर और लोकतंत्र पर नाजायज कब्जा हो जाता है। जो भी जाँच एजंसियां है उनमे भी ब्राम्हण उन्ही नियंत्रण है ! नाजायज तरीके से कब्ज़ा किया है। आयबी और एटीएस ,NIA पर भी विदेशी ब्राम्हणो ने कब्ज़ा किया है। २६ - ११ का जो हमला हुआ था उसमे आरएसएस का भी हाथ था और इसी में जो मालेगाव बम ब्लास्ट की तहकीकात कर रहे* *अधिकारियो की हत्याए भी कर दी गयी और इस काम के लिए कांग्रेस ने आरएसएस को मदत किया* !! *कांग्रेस के ब्राम्हण कितने महान होगे इसकी आप कल्पना करो*!!
*कई जगह पर बम ब्लास्ट हुए उसमे से १७ जगह के बम ब्लास्ट के मामले के चार्ज शीट कोर्ट में दायर हुए है वे सारे के सारे आरएसएस पर हुए है।* *न्यायपालिका में बैठे ब्राम्हण क्या आतंकवादियों का समर्थन कर रहे है ?जानकारी सामने आयी है पुरोहित को बचाया जा रहा है क्लीन चिट दी जा रही है ।*
*शेम शेम*
*क्या हम भारत में रहते है ?* *क्या भारत में लोकतंत्र है ?*
*उन १७ जगह की कोर्ट में दायर चार्ज शीट अनुसार आरएसएस आतंकवादी ब्राम्हणो संघठन है* *जानकारी---