ऐसा नहीं है कि दलित लोगों ने सुपरकम्पूटर “परम“ का अविष्कार किया, आर्टिफिशल वजाइना ट्रांसप्लांट की, संविधान बनाया, बीस साल बाद ओडवायर को ब्रिटेन जाकर गोली से उड़ाया, इंटरनेशनल कोर्ट में बिना फीस के कुलभूषण जाधव का मुक़दमा लड़ा है तो कोई तीर मार लिया है
जन्म और जाति से सर्श्रेष्ठ, मेरिटधारी सवर्णों का भी योगदान बहुत है