Kamaljeet Jaswal's Album: Wall Photos

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नास्ति स्त्रीणां पृथग्यज्ञो न व्रतं नाप्युपोषणम्।
पतिं शुश्रूषते येन तेन स्वर्गे महीयते।।

अर्थात् :- स्त्रियों के लिए पृथक कोई यज्ञ नहीं है, न व्रत है, न उपवास, केवल पति की सेवा से ही उसे स्वर्ग मिलता और महिमा होती है।

(मनुस्मृति, अध्याय - 5, श्लोक - 155)

इस संबंध में एक अन्य श्लोक भी है -

पत्यौ जीवति या तु स्त्री उपवासं व्रतं चरेत्।
आयुष्यं बाधते भर्तुर्नरकं चैव गच्छति।।

अर्थात् :- पति के जीते जो स्त्री भूखे रहने वाला उपवास करती है, वह पति की आयु में बाधा पहुँचाती है और नरक को जाती है।

अब तो समझ जाओ इन #पूंजीवादियों की चालों को #सर्वहारा #महिलाओं !!!
#धर्म_नहीं_यह_धंधा_है .
#यहा_पढा__लिखा_भी_अंधा_है !womanManusmriti