2011 की जनगणना के अनुसार देश के 8 करोड़ 30 लाख बच्चे ऐसे है. जिस ने स्कुल में प्रवेश नहीं किया है. विश्व में अनपढ़ बच्चो में भारत न. 1 है.
विश्व के हिन्दू, ख्रिस्ती, मुस्लिम और बौध्ध बच्चो में से अनपढ़ बच्चो में भारत के हिन्दू बच्चे न. 1 है.
अखबार के अनुसार ग्रेटर नॉएडा के RTI एक्टिविस्ट रामवीर तंवर ने सूचना और एवं प्रसारण मंत्रालय को को प्रश्न पूछा कि, 29 अगस्त 2016 तक विज्ञापन पर कितना सरकारी खर्च किया गया है.
तिन मास बाद आर.टी. आई. के जरिये उत्तर मिला कि केंद्रसरकार ने 11 अरब करोड़ रु.विज्ञापन में खर्च किया है.
देश के विकास के नाम से भागवत - मोदी की जोड़ी ने प्रजा की देश की तिजोरी से पीएम की मार्केटिंग में 1100 करोड़ रु.का चुना लगा है..ये आंकड़े अगस्त 2017 के है. ढाई साल के ये आंकड़े है.
मानव विकास में शिक्षा और स्वास्थ्य दो महत्व के घटक है. जिस के लिए बजेट कम किये जा रहे है. ये है देश के विकास का कडवा सच..