आज थोड़ा कड़वा लिख रही हूँ। लेकिन सच लिख रही हूँ ।
शेयर जरूर करे।
तीस हजार के 'मोबाईल' लेकर घूमने वाले "बहुजनों" पाँच-सात हजार का *हथियार* भी खरीद कर घर में रखलो ! अब सहारनपुर जैसा युध्द कभी भी आपके शहर में भी हो सकता है। उस दिन ये मोबाईल काम नहीं आयेंगे !जय भीम1मनुवादी सबसे अधिक महत्व अपने जाति को देता है। और हमारे बहुजन पैसे को।2मनुवादी सबसे अधिक महत्व पूजा को देता है।बहुजनों के पास पढ़ने के लिये भी टाईम नहीं है।3मनुवादियों की लड़कियाँ आँख उठाकर देखती नहीं हैं । बहुजनों की बाहुबली, रणवीर पर फिदा हैं ।4बहुजनों की लडकीयों की कोई इज्जत नहीं, कोई भी भगा कर ले जाता है ।5ये मनुवादी यूरोप से आये थे और बहुजनों को गुलाम बना कर उन्हें अछूत बना दिए|6हम क्यों नहीं लड़े? हम क्यों मनुवादियों तक लड़ने नहीं गये?7बहुजन अम्बेडकरवादी होते हैं । मुझे 130 करोड में से एक भी मनुवादी को अम्बेडकरवादी दिखा दो !8आज बहुजनों की आरक्षण को तेजी से कम किया जा रहा है। मनुवादी डोनेशन बढा रहे हैं ।9अम्बेडकरवादी बच्चों/युवाओं पर पूरा मनुवादी समाज हँसता है। जबकि सवर्णों को उनके समाज से सपोर्ट मिलता है।10अगर आज भी बहुजन नहीं जागा तो 20 साल में बहूजनों खत्म हो जाओगे। (विश्वास न हो तो गुजरात, चेन्नई , केरल , पश्चिमी बंगाल , आसाम , उ.प्र. हरियाणा आदि के हालात देख लो ) क्या ईज्जत है बहुजनों की |11अम्बेडकरवादी ऐसे मैसज करने में सकुचाता है । जिसने अपनी माँ का दूध पिया हो वह शेयर करें ! दोस्तो इतना शेयर करो कि देश के हर कोने में फैल जाये ! सहारनपुर में हमारे समाज के लोगों के साथ मनुवादियों ने मार काट की । उनकी घरों को आग लगा दिया गया और पत्थर बाजी की । ये सुअर के बच्चे हमारा खाते हैं और हमें ही मारने काटने की बात करते हैं ! अब समय आ गया है , इनको इनकी भाषा मेंही जवाब देने का । यह पोष्ट रुकना नहीं चाहिए । यह हमारी अस्तित्व को मिटाने का प्रयास है ! हमें चुनौती दी गयी है । *जो बहुजन भीम केनहीं ।* *वह किसी भी टीम के नहीं ।।* धन्यवाद...!!!
Anju Bauddh