आप कह रहे हैं कि आधे से ज़्यादा इंजीनियर आरक्षण से आए, इसलिए पुल गिरा। बेशर्मों, चीफ़ प्रोजेक्ट इंजीनियर का नाम एचसी तिवारी है। बनारस में तुम्हारा मेयर है, तुम्हारा एमएलए है, प्रदेश में तुम्हारी सरकार है, देश में तुम्हारी सरकार है। डूब मरो जो इतनी मौतों पर न्यूनतम शर्मिंदगी का अहसास होने के बजाय इस तरह की हरकतें करने लगते हो। ऐसा सिर्फ़ आदमख़ोर कर सकते हैं, इंसान नहीं। इन घपलों-घोटालों का संरक्षण तुम इसी तरह करते हो, जाति-धर्म के आधार पर नफ़रत फ़ैला कर।
बक़वास कर रहे हो तो सुनो, इतनी मौतें हो जाने पर जश्न नहीं मनाया करते, वो भी ऐसे चुनाव नतीजों के, जहां बहुमत तक न हो।
संज़ीदगी सीखो, तमीज़ सीखो, ज़िम्मेदारी सीखो, जिनके मरे हैं, उनके दुःख में ही ख़ामोश रहना सीखो।