इस लड़की को माफ कर देना चाहिए! इंसान को यदि अपनी गलती का एहसास हो जाये, अपने किये पर पश्चाताप हो तो उससे बड़ा काम दूसरा क्या हो सकता है? मुझे नहीं पता इस लड़की की तरह कई सवर्ण डॉ अम्बेडकर या अन्य निचले तबके से आने वाले नेताओं, व्यक्तियों आदि से केवल जाति के नाम पर क्यों चिढ़ते हैं मगर हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि वही डॉ अम्बेडकर महिलाओं के लिए क्या सोच रखते थे। हर महिला सम्मान की हकदार है बशर्ते वह आपके बारे में गलत ही क्यों न सोचे यह उसके संस्कार हो सकते हैं मगर आपके नहीं।
रुची सिंह ने एक वीडियो में हाथ जोड़कर माफी मांगी है फिर दूसरी वीडियो भगत सिंह, डॉ अम्बेडकर और गाँधीजी की फोटो के पास बैठकर रोते हुए बनाई है और माफी की अपील की है तो अब क्या आप चाहते हैं कि लड़की सुसाइड कर ले? मुझे लगता है वह आपकी जीत नहीं हो सकती है। जिस तरह से इस लड़की ने जाति और आरक्षण पर जहर उगला था वह कतई स्वीकार्य नहीं है मगर आज वह जब पश्चाताप की अग्नि में जल रही है तो माफी से बढ़कर कुछ नहीं है और अम्बेडकरवाद यही सीखाता है। धन्यबाद।