Kamaljeet Jaswal's Album: Wall Photos

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अपमान सह रहा है मगर बोलता नहीं,
कैसा लहू है दोस्तों कभी खौलता नहीं।

सोई है कौम सारी, बेसुध पड़े हैं सब,
क्या पाँव कट गये हैं कोई दौड़ता नहीं।

तुम थे गुलाम पहले, अब भी गुलाम हो,
क्यों भाग्य का भय तुम्हें छोड़ता नहीं।

कब तक झुके रहोगे करके निगाह नीची,
क्यों स्वाभिमान तुम्हारा तुम्हें झंझौड़ता नहीं।

है वक्त का तकाजा कर लो मिशन पूरा,
फिर न कभी ये कहना कोई "जोड़ता" नहीं।