हम कौन है ??
भारतवर्ष में निवासरत तमाम अनु . जाती , जनजाति अन्य , जनजाति , अन्य पिछड़ा वर्ग धार्मिक अल्प संख्यक ( इसीइ मुसलमान , बौद्ध , जैन सीख ) ये सभी लोग ही इस देश के मूलनिवासी है , यदि गहराई से अध्यन किया जाये तो धर्म , संस्कार ,संस्कृति एव सभ्यता के आधार पर मानव सरचना नुवंश विज्ञानं एवं सभी आपस में एक दुसरे के गहरे सगे सबंदी है ।
इन सभी लोगो का सीधा सबंध मोहन जोड़ डो एवं हडप्पा की धार्मिक सामाजिक सांस्कृतिक मान्य तावो से है।
भारतीय इतिहास ही नहीं अपूती विदेशी इतिहास वेत्तावो ने यह स्वीकार किया है की मोहन जोद डो और हडप्पा की सभ्यता यह विश्व की प्राचीनतम सभ्यतावो में से एक है ।
और इस गौरवशाली सभ्यता के मालिक यहाँ के मूल निवासी द्रविड़ ( SC, ST, OBC, &minority )
हैं । इ.स.. 1500-3000 साल पहले विदेशी उरेशियन आक्रमणकारी योने साम दाम दंड भेद की निति अपनाकर आपना गुलाम बनाया । उन्हें शिक्षा संपत्ति , व्यवसाय शस्त्र विद्या से अलग रखा जो यह क्रम है वह आज भी जारी है। यदि आज दिन ताक शिक्षा नौकरी अदि में जो कुछ दिया है व् ख़ुशी से नही बल्कि सविधान के बाध्यता के कारन दिया है ।
जिन्हें वेदों , पुरानो, स्मृतियों , रामायण अदि ग्रंथो मनगढ़ंत कहानियो में ब्राह्मणों ने अनार्य दास , दैत्य, दानव,राक्षस , अवर्ण , निशाचर, जैसे नामो से सम्भोधित किया हैं।