Kamaljeet Jaswal's Album: Wall Photos

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दलित लड़कों ने जय भीम बोला तो सवर्णों को इतना नागवार गुजरा की उन्होंने लड़कों को सर मुंडवा कर चप्पल जूता की माला पहना कर पूरे गांव मे घुमाया इतना ही नही, नाली का गंदा पानी पीने तक मजबूर कर दिया फिर घुमा घुमा कर जबरदस्ती जय श्री राम बुलवाया। मामला वारिसलीगंज नवादा के मसनखामा गांव बिहार का है। यह केवल गुस्सा करने वाली बात नहीं है बल्कि विचारणीय बात है कि साबित क्या करना चाहते हैं ये लोग? जय श्री राम बोलने से यदि मामला ठीक हो जाता है तो सबसे पहले अधर्मियों को आरजकता फैलानी चाहिए जय श्री राम के नाम के साथ। क्योंकि पुराने जमाने मे डाकू जय मां भवानी बोलकर लूट पाट करते थे सीखो उनसे।

हालांकि मेरी नजर में ये नारा बुलवाने वाले ही सबसे बड़े अधर्मी हैं क्योंकि धर्म रक्षक होते तो पिटाई उनकी होती जो विधर्मी होते और जय श्री राम कहते क्योंकि लॉजिक इसी बात में हैं। जो न माने वो न बोलें मगर यह मामला उल्टा है क्योंकि ये लोग ही उल्टी खोपडी के हैं। सवाल जय श्री राम बोलने का है ही नहीं क्योंकि इतिहास पढें खुद रामराज्य में भी ऐसा ही होता था। जो इनकी सीमाओं के दायरे में नहीं होते उनका कत्लेआम होता था बशर्ते वो सभ्य और सही क्यों न होते उदाहरण शम्बूक आदि हैं। राम जब खुद सत्ता में थे तब यह स्थिति थी आज तो वो केवल निशानों में हैं उनके समर्थक यह भूल गए कि इतिहास का तख्तापलट क्यों और कैसे हुआ।

दुनिया मे इससे भी शक्तिशाली, क्रूर और अराजक लोग सत्ता और व्यवस्था में रहे हैं जिनका एकछत्र राज रहा। जिन्हें गुमान था कि अब हम धरती के भगवान हो गए मगर आज कहाँ है इसका नामों निशान तक नहीं है। आज श्री राम, अल्लाह हु अकबर से बिल्कुल भी खफा न होना ये स्वाभाविक घटनाएं हैं आप इस नारे की आड़ भी ले सकते हैं मेरा तो बस इतना कहना है कि देश को बचाना हैंतो इस देश मे सुधारवादी कार्यक्रम चलाने के लिए ब्राह्मण और ठाकुरों के बीच जाना होगा। उन्हें समझाने, सीखाने और पढ़ाने की सख्त की जरूरत है। ये भाईचारे की बात करते हैं पर अपने लोगों से नहीं बल्कि दूसरों से।

कुछ लोग ऐसे हैं जिन्हें फर्क नहीं पड़ता कि यह भी समस्या है, कुछ ऐसे हैं जो उचित ठहराने में लगे हैं यह बड़ी समस्या है और कुछ लोग ऐसे हैं जो मन ही मन खुश होते हैं वे सबसे घातक हैं। धर्म के नाम पर जो पागल हो रहे हैं असल मे उन्हें इस बीमारी से बाहर निकालना होगा, उनके लिए सामाजिक सुधार आंदोलन चलाइये। उन्हें बताइये कि आपकी बीमारी पूरे देश को निगल जाएगी। जय श्री राम बोलने न बोलने से समस्या समाप्त हो जाती तो रामराज्य कभी खत्म नहीं होता और न आज उसे स्थापित करने की जद्दोजहद करनी पड़ती। अराजकता का अंत घातक ही होता है आप चाहे जय श्री राम कहो, जय भीम कहो, अल्लाह हु अकबर कहो या फिर कुछ और जो मन करे। आर पी विशाल।।