विज्ञान के अनुसार अज़ोइक युग (मतलब जब कोई जीव नहीं था, लगभग 2.5 अरब वर्ष पूर्व) मे जीवन के प्रारम्भिक कण कोवेर्सेट अस्तित्व में आया, जिससे DNA का निर्माण हुवा जो एक अनुवांशिक इकाई है..... इससे बैक्टीरिया बना और प्रोटोज़ोआ जैसे जीव बने। फिर नॉन कॉर्डेटा पेड़ हुए जिनमे रीड की हड्डी नहीं होती, नॉन कॉर्डेटा में बहुत से जीव संघ बने!
कॉर्डेटा जीव उद्विकास की प्रक्रिया से बना, इन जीवो में टेट्रापोड जीव मतलब चार उपांग (दो हाथ,दो पैर या चार पैर) वाले स्तनधारी जीव विकसित हुये, जिसका सर्वोच्च विकास मनुष्य के रूप में हुआ।
मनुष्य का विकास कपि से बीस लाख वर्ष पूर्व शुरू हुआ क्रम निम्न प्रकार है-
होमो हिबिलस मानव बीस लाख साल पूर्व!
होमो इरेक्टस (जावा) मानव सोलह लाख साल पूर्व!
पैकिंग मानव आठ लाख साल पूर्व!
निएंडरथल मानव 1.5 लाख साल पूर्व!
होमो फेसिल्स 20-50 हजार साल पूर्व!
होमो सेपियन (आज का आधुनिक मानव मतलब हम लोग) 15-20 हजार साल पूर्व बने!
अर्थात जुरासिक समय (डायनासोर का काल) मे मनुष्य अस्तित्व मे नही था, बीस हजार साल पूर्व से दस हजार साल पूर्व तक आधुनिक मानव खानाबदोश था, न कोई भाषा थी ना कोई लिपि.... धर्म और भगवान तो दूर की बात है।
आठ हजार वर्ष पूर्व मनुष्य ने खेती वा पशुपालन शुरू किया, यही से सभ्यता की प्रारम्भिक शुरूआत हुई, जिसे विकसित होने में पाँच हजार साल लगे.....जैसे मोहनजोदड़ो हड़प्पा आदि! और यही से फर्ज़ी भगवान पैदा हुऐ इससे पूर्व कोई भगवान नहीं था सिर्फ प्रकृति थी।
अब सवाल यह उठता है कि सनातनी धर्मग्रंथों के अनुसार मनुष्य 1अरब 96 करोड़ वर्ष पहले से है, उसी काल के वेद भी है, तो डायनासोर के समय मे मानव कहाँ थे?
दूसरी बात ब्रह्मा,विष्णु समेत हमारे तमाम देवता करोड़ो साल पहले सुन्दर आभूषण और कपड़े पहनते थे, क्या करोड़ो वर्ष पहले कपड़े का अविष्कार हुआ था?
आखिर वो कौन सी Textile फैक्ट्री थी जो देवताओं को रेशमी वस्त्र सप्लाई करती थी?
करोड़ो वर्ष पहले देवी-देवता नुकेले और धारदार हथियार रखते थे, जबकि आदिमानव बीस हजार साल पहले कंकड़-पत्थर से काम चलाते थे.....
आखिर वो कौन सी फैक्ट्री थी जो देवी-देवताओं को हथियार सप्लाई करती थी?
अगर हमारे देवी-देवता करोड़ो साल पहले इतने आधुनिक थे तो उन्होने खुद के चलने के लिये मोटर साइकिल या कार क्यो नही बनाई.... क्यो हाथी,घोड़े और बैल की सवारी करते थे?
यह बात साफ है कि धरती पर पहले इंसान आया फिर भगवान, और भगवान ने इंसान को नही, इंसान ने भगवान को बनाया!
दूसरी बात स्पष्ट है कि धर्म खड़ा करने के लिये झूठ बोला गया कि ये धर्म करोड़ो वर्षो से है.... ये सारे भगवान, नबी और देवी-देवता दस हजार साल के अन्दर ही पैदा हुये है!