भारत की परम्परा योग में है, भोग में नहीं। आवश्यकता है कि नैतिक मूल्यों को बढ़ावा दिया जाए, जिससे सभ्य समाज की स्थापना हो सके।
नारी हिंसा को रोकने में मीडिया अपनी सकारात्मक भूमिका निभा सकता है। मीडिया ने अपनी लेखनी के माध्यम से समाज को समय-समय पर मार्गदर्शन देने का काम किया है। समस्या के समाधान में समाज के हर वर्ग को अपना योगदान देना होगा, तभी हम खुशहाल समाज की स्थापना कर सकते हैं।