बिखरी-बिखरी जुल्फें तेरी पसीना माथे पर है,
सच तो ये है तुम गुस्से में और भी प्यारे लगते हो
चाहें तकना तारे गिरना, सादिक काम हमारा है,
आज मगर क्या बात है तुम भी जागे लगते हो
ओ दिल तोड़ के हंसती हो मेरा
वफाऐ मेरी याद करोगी
कर याद वो जमाना मेरे प्यार का
चैन लूटना तू दिल का करार का
ओ जब दुनिया में मैं न रहा तो किसे बरबाद करोगी