#काश_स्वच्छ_भारत के साथ "स्वच्छ मुहब्बत"का मिशन भी चलाया होता,
तो जमाने में ये मुहब्बत का सैलाब ना आया होता,
बनाते जगह जगह डस्ट बिन उनमें झूठी मुहब्बत
का कचरा समाया होता,
मुहब्बत के नाम पर जो खेल खेल रहा है इंसान
इस मिशन से उसका
जड़ से सफाया होता
फिर रह जाते केवल
राधा कृष्ण,हीर रांझा,शीरी फरहाद के किस्से
फिर किसी ने असली प्रेमी कहकर,
खुद को मजनूं और उसको लैला न बताया होता
दफ़्न हो जाती सब गन्दी मुरादें उनकी
जिनने मुहब्बत के नाम पे दाग लगाया होता
चंद मुहब्बत के शेर कह देने से बनते नहीं "गालिब"
तन की हवस को मन से मिटाया
होता...
काश !कोई ऐसा मिशन भी चलाया होता