भगवा ओढ़े हिंदू, ..हरा पहने मुसलमान,.।
मैं कौन सा रंग पहनूँ ? जो बन जाऊँ इंसान ।।
भारत में 20 करोड़ से ज्यादा ऐसी जनता जिनके पास पहनने को कपड़ा नही, खाने को खाना नही और रहने को मकान नही मगर फिर भी नेताओं के मुंह से विकास की नईया बहुत रहती है रूकती नही |