हिंसा फैलाने में वहीं करणी सेना का राजपूत बन जाता है और फिर वहीं दलित बन जाता है ।
दरअसल ये न दलित है न राजपूत ये देश मे अराजकता फैलाकर राजनैतिक लाभ लेने वाले खेल का एक छोटा सा प्यादा है ।
बाकी इसे पेमेंट कौन करता होगा ये बताने की जरूरत नही ।
आप समझदार है !