विश्वास ..............................................................................................................................................................................................एक आदमी जब भी दफ्तर से वापस आता, तो कुत्ते के प्यारे से बच्चें रोज उसके पास आकर उसे घेर लेते थे क्योंकि वो रोज उन्हें बिस्कुट देता था।
कभी 4 कभी 5 कभी 6 बच्चे रोज आते और वो रोज उन्हें पारलें बिस्कुट या ब्रेड खिलता था।
एक रात जब वो दफ़्तर से वापस आया तो बच्चो ने उसे घेर लिया लेकिन उसने देखा कि घर मे बिस्कुट ओर ब्रेड दोनो खत्म हो गए है।
रात भी काफी हो गई थी, इस वक़्त दुकान का खुला होना भी मुश्किल था, सभी बच्चे बिसकिट्स का इंतज़ार करने लगे।
उसने सोचा कोई बात नही कल खिला दूंगा, ओर ये सोचकर उसने घर का दरवाजा बंद कर लिया, बच्चे अभी भी बाहर उसका इंतजार कर रहे थे। ये देखकर उसका मन विचलित हो गया, तभी उसे याद आया की घर मे मेहमान आये थे, जिनके लिए वो काजू बादाम वाले बिस्किट लाया था।
उसने फटाफट डब्बा खोला तो उसमें सिर्फ 7-8 बिसकिट्स थे,
उसके मन मे खयाल आया कि इतने से तो कुछ नही होगा, एक का भी पेट नही भरेगा, पर सोचा कि चलो सब को एक एक दे दूंगा, तो ये चले जायेंगे।
उन बिस्किट को लेकर जब वो बाहर आया तो देखा कि सारे कुत्ते जा चुके थे, सिर्फ एक कुत्ता उसके इंतज़ार में अभी भी इस विश्वास के साथ बैठा था कि कुछ तो जरूर मिलेगा।
उसे बड़ा आस्चर्य हुआ।
उसने वो सारे बिस्किट उस एक कुत्ते के सामने डाल दिये।
वो कुत्ता बड़ी खुशी के साथ वो सब बिस्किट खा गया और फिर चला गया।
बाद में उस आदमी ने सोचा कि हम मनुषयो के साथ भी तो यही होता है, जब ईश्वर हमे देता रहता है, तब हम खुश रहते है उसकी भक्ति करते है उसके फल का इंतज़ार करते है, लेकिन भगवान को जरा सी देर हुई नही की हम उसकी भक्ति पर संदेह करने लगते है, दूसरी तरफ जो उसपर विश्वास बनाये रखता है, उसे उसके विश्वास से ज्यादा मिलता है।
इसलिये अपने प्रभु पर विश्वास बनाये रखे, अपने विश्वास को किसी भी परिस्थिति में डिगने ना दे, अगर देर हो रही है इसका मतलब है कि प्रभु आपके लिए कुछ अच्छा करने में लगे हुए है।