INBOOK NETWORK
मेरा अपना पुस्तकालय
मध्यप्रदेश,महाराष्ट्र के साथ अब पश्चिम बंगाल में भी
किताबें इन्सानों की सबसे अच्छी दोस्त होती हैं. जैसे व्यक्ति अपने दोस्त का हर पल, हर घड़ी, हर मुश्किल में साथ देते हैं, वैसे ही किताबें भी हर विषम परिस्थिति में मनुष्य की सहायक होती है. किताबों में हर मुश्किल सवाल, परिस्थिति का हल छुपा होता है. इंसान किसी भी दुविधा में रहे, किताबों को पढ़ने से, समझने से उसकी सोच का विस्तार होता है.
व्यक्ति के ज्ञान को विस्तार देने के लिए पुस्तकालय बहुत ही उपयोगी माध्यम है. औसत वर्ग का व्यक्ति अपनी रुचि या जरूरत की महंगी सभी किताब नहीं खरीद पाता और पैसे के अभाव में वह ज्ञान और शिक्षा से वंचित रह जाता है ।
इस सामाजिक उत्तरदायित्व को समझते हुए INBOOK NETWORK एक अभियान हर गांव "मेरा अपना पुस्तकालय"चला रहा है, इसी श्रृंखला में कृष्णानगर सिटी (पश्चिम बंगाल) में पुस्तकालय का शुभारंभ इनबुकर अनुपमा जैन, रेखा जैन के मार्गदर्शन में किया गया। उक्त अवसर पर महिलाओं एवं बच्चों की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही।
।।सब पड़े और आगे बढ़े।।