भोपाल में मीडिया से बात करते हुए साध्वी प्रज्ञा ने कहा 'एटीएस मुझे 10 अक्टूबर 2008 को सूरत से मुंबई लेकर गई थी,वहां 13 दिन तक बंधक बनाकर रखा गया,पुरुष एटीएस कर्मियों ने इस दौरान मुझे खूब प्रताड़ित किया।पूर्व एटीएस चीफ हेमंत करकरे को संन्यासियों का श्राप लगा और मेरे जेल जाने के करीब 45 दिन बाद ही वह 26/11के आतंकी हमले का शिकार हो गए।