मोइनुद्दीन और अश्फ़ाक को गुजरात ATS ने गुजरात-राजस्थान बॉर्डर से पकड़ा. दोनों के पास पैसे ख़त्म हो गए थे....पैसे माँगने के लिए इन्होंने परिवार से मदद माँगी और पकड़े गए
मोईनुद्दीन फरीद "जोमैटो" कम्पनी में फूड-डिलीवरी बॉय था, याद रखिएगा...
अब ये हरे कबूतरों के नाम भी बताने लगे हैं...
जो पहले गुप्त रखे जाते थे...
ये भी तो बड़ा बदलाव है। कई नकारात्मक लोग ये चैलेंज कर रहे थे कि योगी सरकार कातिलो को कभी पकड़ ही नही पाएगी...
यूपी प्रशासन नाकारा...है...
शायद उतावले लोगो को जवाब मिल गया है !!
कुछ लोग इतने उतावले है कि समय के पहले ही प्रिमेचुअर रिजेल्ट देखना चहाते है !!
जबकि योगी महाराज की कथनी और करणी एक सी है
सोचिए अग़र योगी
सरकार न होती तो अभी किसी हिन्दू को पकड़ कर भगवा आतंकवाद का ठप्पा लगा देती अन्य सरकारें... वैसे भी परिवार वाले कह रहे थे कि शिवकुमार ने मरवाया है, बीजेपी ने मरवाया है, हिन्दू ने मरवाया है। पुलिस ने निर्दोषों को पकड़ा है।