आइये जानते है कौन है पण्डित महेंद्रपाल आर्य और वह इमाम से पंडित महेन्द्रपाल आर्य कैसे बन गये...?
इन इमाम का नाम महबूब अली है,जो पहले कट्टर मुसलमान थे,इनका जन्म कोलकता के एक मुस्लिम परिवार में हुआ था,इन्होने अपनी शिक्षा में बचपन से ही कुरान और इस्लाम धर्म की सीख ले रखी थी,महबूब अली मेरठ के इमाम रह चुके है और कई सालो तक इमाम रहकर मस्जिद में जिंदगी गुजारी है,इन्होने हिन्दू धर्म की खासियत जानकार वेद की किताब पढ़ी उसके बाद इस्लाम धर्म की कुरान को चुनौती देने लगे,यह जब इमाम थे,तब कुरान की तारीफ़ करते नहीं थकते थे आज हिन्दू धर्म के रंग में ऐसे रंग है कि हर किसी को इस रंग में रंगना चाहते हैं,महबूब अली ने अपना नाम बदल कर महेंद्र पाल रख लिया,इनका वर्तमान में परिवर्तित नाम पंडित महेंद्र पाल आर्य है,इस्लामी कट्टर और जिहादी इनके सामने आने से डरते और कतराते हैं,इनको कुरान के साथ हिन्दू धर्म की सारी किताबो का ज्ञान है,मौलवी जाकिर नाइक को महेंद्र पाल ने डिबेट के लिए चुनौती दी थी लेकिन जाकिर नाइक की डिबेट में आने की हिम्मत नहीं हुई,महेंद्र पाल अब तक सारे मौलवी से डिबेट जीत चुके है,लेकिन एक भी मौलवी इस पंडित को हरा नहीं पाया,वेदों की इनको इतनी ज्यादा जानकारी है कि जो भी मुसलमान उनसे बहस करने आता है वह उनकी दिशा और सोच बदल देते है,इनके अनुसार वेद एक ऐसी किताब है,जो मनुष्य को इंसान बनना सिखाती है,जब कि बाइबल इंसान को क्रिश्चन और कुरान इंसान को मुसलमान बनाती है,पंडित जी के बच्चे भी वेद ज्ञान में पारंगत है और पिछले 30 साल से हिन्दू धर्म का प्रचार कर रहे है,इन्होने अनगिनत मुसलमान को हिन्दू बना दिया है और कई मौलवी और इमाम को भी हिन्दू बनने पर मजबूर कर दिया...!
महबूब अली इमाम जो पंडित महेन्द्रपाल आर्य बन गये...इनकी चुनौतयों को कोई मुसलमान अब तक जीत नहीं पाया है इसलिए मौलवी और इमाम इनके सामने आने से डरते है और मुसलमानों को इनसे दूर रहने की सलाह दी जाती है...!!!