*अब तक की स्टडी से ये तो पता चलता है कि कोरोना हमारे श्वसन तंत्र( Respiratory system) और फेफड़ो पर आक्रमण कर रहा है। बाद में हालत गंभीर होने पर ये किडनी तक को नही छोड़ रहे है।*
वुखार जो हो रहा है वो फेफड़ो में इंफेक्शन के कारण हो रहा है। इंफेक्शन खत्म होगा तब ही वुखार उतरेगा नही तो आप पैरासिटामोल,एस्परिन,क्लोरोक्युन कुछ भी लिजिए असर थोड़ी देर होगा फिर वही हालत हो जायेगी।
इसमें जिनकी फेंफड़ो की हालत ठीक है उनके फेफड़ो में ज्यादा असर होने से पहले ही हमारे खुन में जो रोग प्रतिरोधक कण है(white blood curpasol or lucocite cell) जो हमारे इम्युन सिस्टम में इम्पर्टेंट है वे आगे आता है और इस वायरस को खत्म कर देता है। तो *ये वायरस जितना भी शक्तिशाली क्यो नही हो इसे हम तब हरा सकते है जब हमारे 1) फेंफड़े और 2) खुन दोनो सही हो।*
*तो निवेदन है कृपया स्मोक छोड़े। फेंफड़ो के लिए श्रेष्ठ आयुर्वेद है #तुलसी,#शहद,#औडुशा(वासा) और खुन के लिए #नीम। वुखार के लिए #गिलोय (एलोवेरा) और #पारिजात।*