कृपया "विहंगम योग" के बारे में जानने का प्रयास ज़रूर करें और इसके ज्ञान का अनुभव करें क्योंकि आज अगर कहीं योग और अध्यात्म की सही परिभाषा मौजूद है तो वह "विहंगम योग' के ही ज्ञान में हैं।
"योग योग सब कोई कहे, योग न जाना कोय।
अर्ध धार उरध चले, योग कहावे सोय।।"
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें - 180030702100
देखें - www.vihangamyoga.org
www.swarved-mahamandir.org